रुड़की। ( बबलू सैनी ) झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने अनुसूचित जाति जनजाति व पिछड़े वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए भाजपा के साथ ही अन्य सभी राजनैतिक दलों को पत्र लिखकर निम्न बिन्दूओं को अपने चुनावी घोषणा पत्र में रखने की मांग की। उत्तराखण्ड प्रदेश के अनुसूचित जाति जनजाति व पिछड़ा वर्ग के कार्मिकों को पदोन्नति में आरक्षण प्रदान किया जायेगा, जाति प्रमाण-पत्र के सम्बन्ध में शासनादेश अनेक वर्षों से लंबित हैं, राजकीय सेवाओं में अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के बैकलॉक के पदों पर नियुक्तियां की जाये, इकबालपुर शुगर मिल में किसानों का लगभग 180 करोड़ का बकाया दिलाया जाये, देहरादून से कालसी एवं चकराता के मूल निवासी अछूत कोलटा जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाये, सरकारी व असरकारी भूमि अनुसूचित जाति और जनजाति व पिछड़ा वर्ग के भूमि हीन वर्ग के लोगों को आवंटित की जाये, जाति व्यवस्था में आमूल-चूल व्यवस्था परिवर्तन आउट सोर्स और उपनल से भर्तियों में एससी/एसटी को आरक्षण, अशासकीय विद्यालयों में पदों को यथाशीघ्र भरा जाये, कार्मिक विभाग के तहत इरशाद हुसैन कमैटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई, तेलंगाना राज्य की भांति अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा विभाग द्वारा तय की जाये, गैर बराबरी का दंश झेल रहे बच्चों के लिए विधानसभा में जवाहर नवोदय विद्यालय सैनिक स्कूल की तर्ज पर बाबा साहेब के नाम पर स्कूल बनाया जाये, औद्योगिक इकाईयों में एससी/एसटी को आरक्षण की व्यवस्था, विधानसभा भवन भराडी सैण के मुख्य परिसर का नाम बाबा साहेब के नाम पर, यह सभी बिन्दू विधानसभा का भाग थी, जिन पर चर्चा होनी थी, लेकिन नहीं हो पाई। इसलिए इन्हें भाजपा द्वारा चुनावी पत्र का भाग बनाना अति आवश्यक हैं। अगर इन बिन्दूओं को शािमल किया गया तो अबकी बार 60 पार का नारा हर सूरत में साकार होगा।
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