अल्मोड़ा में आईटीबीपी से रिटायरमेंट के बाद मिली रकम को हड़पने के लिए दो बेटियों व एक बेटे ने दरांती और डंडे से वार कर पिता की हत्या कर दी। इस वारदात में उनका साथ बड़ी बेटी के कथित प्रेमी ने भी दिया।
ग्रामीणों ने चारों हत्यारोपियों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस के मुताबिक, 60 वर्षीय सुंदर लाल आईटीबीपी से तीन महीने पहले सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद वह जिले में लमगड़ा थाने से 30 किमी दूर अपने गांव भागादेवली में रहने आ गए।
उनकी बड़ी बेटी डिंपल (25), बेटा रितिक (21) और छोटी नाबालिग बेटी अभी देहरादून में सीमाद्वार स्थित आईटीबीपी परिसर में पिता को नौकरी के दौरान मिले सरकारी क्वार्टर में ही रह रहे थे। उनकी पत्नी का नौ वर्ष पहले निधन हो गया था।
शुक्रवार शाम दोनों बेटी,बेटा और बड़ी बेटी का कथित प्रेमी हर्षवर्धन भागादेवली पहुंचे। यहां उनका सुंदर लाल से विवाद हो गया। कुछ देर में घर से चीख-पुकार की आवाजें आने लगीं। ग्रामीणों ने घर का दरवाजा खुलवाना चाहा जो अंदर से बंद था।
ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर सुंदरलाल का शव पड़ा था। ग्रामीणों को इकट्ठा होता देखकर आरोपियों ने भागने की कोशिश की पर ग्रामीणों ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया। अल्मोड़ा के एसएसपी रामचन्द्र राजगुरु ने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी नाबालिग बेटी को संप्रेक्षण गृह और बाकी को जेल भेज दिया।
































