विकाश भवन के सामने रोशना बाद हरिद्वार
अगस्त को भारत बंद के आह्वान पर डॉ भीमराव अंबेडकर एससी /एसटी वेलफेयर सोसाइटी शिवालिक नगर हरिद्वार, बी एच ई एल एम्पलाइज एसोसिएशन भेल हरिद्वार एवं चमार वाल्मीकि महासंघ के कार्यकर्ताओं ने साथ मिलकर,एससी/ एसटी आरक्षण में वर्गीकरण के फैसले को वापस लेने एवं एससी/ एसटी आरक्षण को संविधान की नौवी सूची में डलवाने के लिए 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे धरना प्रदर्शन कर
जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन दिया।
इस अवसर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करतें हुए भान पाल सिंह रवि, चौधरी बलजीत सिंह, सीपी सिंह,भंवर सिंह ने कहा कि हाल ही में एससी /एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लगाकर वर्गीकरण करने के सुप्रीम कोर्ट की पीठ के आदेश का सम्मान करते हुए मांग करते हैं कि देश में सभी जातियों की जाति जनगणना कराकर, डाटा कलेक्ट कर/ क्रीमी लेयर लगाकर वर्गीकरण कर संख्या के अनुपात में सभी जातियों को आरक्षण दिया जाए।
उन्होंने कहा कि एससी /एसटी आरक्षण( प्रतिनिधित्व) में क्रीमी लेयर लगाने के फैसले ने एससी /एसटी जातियों में भारी आक्रोश पैदा कर अशांति उत्पन्न कर दी है। इसलिए मांग की गई कि एससी/ एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर से वर्गीकरण के फैसले पर तुरंत रोक लगाने एवं एससी /एसटी आरक्षण को संविधान की नौवी अनुसूची में डलवाया जाए। क्योंकि एससी/ एसटी का आरक्षण,आर्थिक उन्मूलन कार्यक्रम में नहीं आता बल्कि एससी/एसटी समाज को हजारों साल से उपेक्षित किए जाने के कारण प्रत्येक क्षेत्र में संवैधानिक (आरक्षण) प्रतिनिधित्व दिया गया है।
पी एल कपिल, तीर्थ पाल रवि,नरेशकुमार चनयाना, अरविंद कुमार, डॉ केपी भोरे ने कहा कि अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति के आरक्षण ( प्रतिनिधित्व) में क्रीमी लेयर लगाने का फैसला देने वालों के पुरखों ने हजारों साल तक एससी /एसटी के लोगो को मौलिक अधिकारों से वंचित करने के साथ-साथ, छुआछूत एवं अन्याय -अत्याचार कर जानवरों से भी बदतर जीवन जीने पर मजबूर करने ,गले में हांडी एवं पीठ पर झाड़ू बांधने पर मजबूर करने एवं जमीन पर थूकने तक का अधिकार छीनने वाले आज भी एससी/ एसटी के लोगों का लगातार घोर उत्पीड़न एवं शोषण कर रहे, जो जग जाहिर है। इसलिए हम अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इस फैसले का पुर जोर विरोध करते हैं।
अमरदीप रोशन, रविंद्र भास्कर, शिवचरण, मास्टर मोदी मल तेगवाल ने कहा कि भारत आजाद होने के दौरान संविधान निर्माताओं ने हजारों साल से मौलिक अधिकारों से उपेक्षित वर्ग एससी/ एसटी के विकास के लिए विशेष प्रतिनिधित्व (आरक्षण )का प्रावधान किया था। जिसको ब्राह्मणवादी सरकारों ने आज तक पूरा नहीं किया है। बल्कि आजादी के 77 साल बाद भी अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति के साथ आजादी से पहले जैसा ही छुआछूत, वैसा ही उत्पीड़न, शोषण,अन्याय -अत्याचार किया जा रहा है। एससी/ एसटी के प्रतिनिधित्व को उच्चतम न्यायालय ने आर्थिक उन्मूलन कार्यक्रम में डाल कर उनके प्रतिनिधित्व में क्रीमी लेयर लगाने का फैसला देकर हजारों साल से उपेक्षित एससी /एसटी वर्गो के साथ पुनः घोर अन्याय किया है। जबकि सरकार द्वारा सभी वर्गों के लिए आर्थिक उन्मूलन के लिए विभिन्न योजनाएं लगातार चलाई जाती है उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि देश के सभी विभागों में विभिन्न श्रेणियों में रिक्त बैकलॉग के पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू कर सभी पदों को मात्र वाल्मीकि समाज एवं अन्य उपेक्षित वर्ग के लोगों से तुरंत भरा जाए।



बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला सहसंयोजक जितेंद्र तलवार ने कहा कि,सरकार और न्यायालय उपेक्षित वर्गों के बहुत ही हितेषी हैं तो संविदा एवं ठेके पर कार्यरत वाल्मीकि समाज एवं उपेक्षित वर्गों के सभी सफाई कर्मचारियों को तत्काल नियमित कराए वरना समाज में नफरत फैलाने का षड्यंत्र बंद करें।
सामाजिक कार्यकर्ता संजीव बाबा ने कहा कि सीवीर लाइन की सफाई के दौरान लगभग 23 हजार सफाई कर्मचारी शहीद हो गए हैं उनके पीड़ित परिवारों को एक -एक करोड़ रूपया मुआवजा और एक- एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाए।
ज्ञापन देने वालों में भंवर सिंह,भानपाल सिंह रवि, नरेशकुमार चनयाना , आर यू प्रसाद,जितेंद्र तलवार, डॉ संदीप कुमार, राजेश गौतम, अरविंद कुमार शिवचरण रविंद्र कुमार ,मनोज कुमार ,नाथू सिंह, मुकेश कुमार,अजय कुमार,एक्स प्रिंसिपल,फूल सिंह, एक प्रिंसिपल,राजकुमार, नरेश प्रधान, रविंद्र भास्कर मास्टर मोदीमल तेगवाल महिपाल सिंह पास्टर सुरेंद्र कुमार, पास्टर जितेंद्रसिंह, पास्टर विकास कुमार,पास्टर धर्मेंद्र कुमार, रफल पाल सिंह, सरोज पाल सिंह, पास्टर राहुल कुमार, सुरेश कुमार, सतीश कुमार, रूपचंद एडवोकेट, मुकेश कुमार, सुनील कुमार, राव फाजिल, मोहम्मद नासिर अहमद भूषण सिंह किशोर कुमार आदि