उसकी सौतेली मां सीता देवी ने मुंडाखेड़ा निवासी रामकिशन और पुरवाला निवासी पवन कुमार व शेषराज के साथ मिलकर योजना बनाई और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुद को सीतो देवी दर्शाते हुए 1 अक्टूबर 2020 को जमीन को रामकिशन के नाम कर दिया। इसके बाद 5 अप्रैल 2021 को जमीन का बैनामा रामकिशन से अपने नाम करा लिया। इसके बाद उसकी सौतेली मां ने 24 दिसंबर, 2021 को फर्जी तरीके से जमीन का बैनामा सुल्तानपुर निवासी इकराम के नाम कर दिया।
आरोप है कि उसकी सौतेली मां ने धोखाधड़ी कर उसके नाना के खाते से उनकी पुत्री बनकर लाखों रुपए की रकम निकाल ली। मामले की जानकारी होने पर उसने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिस पर उसने अपने अधिवक्ता शेरअली के माध्यम से न्यायालय को प्रार्थना पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की।
कोर्ट ने आरोपी सिमली निवासी सीता देवी, रामकिशन, पवन कुमार, शेषराज, इकराम अली, अशरफ अली निवासी सुल्तानपुर और हशरत अली निवासी शाहपुर शीतला खेड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश लक्सर कोतवाली पुलिस को दिए है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सभी सातों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है
ब्यूरो रिर्पोट































